पैली हाळा काम रया नी पैली हाळी बाणी, बदळ गई जिंदगाणी सारी, रयी नीं बात पुराणी। बदळ गई जिंदगाणी सारी, रयी नीं बात पुराणी॥ पैली हाळी कोई बात बाकी नीं रयी, च्यार बजे उठ झोवंती बै ‘चाकी’ नीं रयी। आठ सेर पीसती बै काकी नीं रयी, डांगरा गी ‘फाटक’ कठैई…
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राजाजी बृजलालसिंह जी
तीसवीं पुण्यतिथि पर शत-शत नमन ! (स्वर्गवास- सावण सुदी 7, संवत 2044) . * * * * * * गांव चंगोई घणों पुराणों, पण गया पुराणा लोग। नित उठ बां नै नमन करां, बै सगळा आदरजोग॥ बैठ दरवाजै सामनै, हो जेठ चाहे आसोज। आरामकुर्सी-मूढ़ेै ऊपर, हुक्को पीता रोज॥ चोड़ो माथो,…
Continue Readingनेता उठ
नेता उठ ! नेता उठ, पार्टी बना ! नए-2 मुद्दे नारे बना ! जनता को, भाषण दे ! धन्नासेठो से, चंदा ले ! लुभावने, वादे कर ! चुनाव लड़ !! नेता उठ ! नेता उठ, चुनाव लड़ ! शराब पैसा, बांट कर ! जीत जा, विधायक बन ! सांसद बन,…
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