🙏अभिनंदन_हे_अभिनंदन 🙏
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(By-Ghanshyam Singh Changoi)
अभिनंदन हे अभिनंदन, हम करें आपका अभिनंदन !!
भारत के माथे के हो मुकुट,तुम इस माटी के हो चंदन!
अभिनंदन हे अभिनंदन, हम करें आपका अभिनंदन !!
जिस माता ने जाया तुमको,वोभी हिन्द की ‘शोभा’ हैं!
मानवता के हित मे उसने, अपने जीवन को सौंपा है !!
सेवा भावी ममता मूरत, ना बंधी देश की सीमा में !
युद्धों से पीड़ित मानवता , की लगी रही वो सेवा में !!
कैम्पेन चलाकर दुनिया को,बच्चों का सुनवाया क्रंदन!
अभिनंदन हे अभिनंदन, हम करें आपका अभिनंदन !!
जीवनसाथी ‘तन्वी’ ने भी, तन्मय हो देश की सेवा की!
वायुसेना में शामिल हो, स्क्वाड्रन लीडर आप बनी !!
आधा अंग पति का बनकर, सच्चा साथ निभाया है!
भारत मां की सेवा हेतु, निज रक्त – स्वेद बहाया है !!
अभिनन्दन नंदन को पाल रही,निभा रही है गठबंधन !
अभिनंदन हे अभिनंदन, हम करें आपका अभिनंदन !!
थे पिता भी सेना के गौरव,जिन प्लेन मिराज उड़ाए थे!
किया पाक को लस्त-पस्त,करगिल में बम बरसाए थे!
अतिविशिष्ट सेवा मेडल व, एयर मार्शल मिला ओहदा!
दादाजी ने भी महा युद्ध में , शत्रु की सेना को रौंदा !!
राष्ट्र गौरव कुल ‘वर्थमान’,को राष्ट्र कररहा आज नमन!
अभिनंदन हे अभिनंदन, हम करें आपका अभिनंदन !!
F 16 को मिग से गिराया, US को आईना दिखाया है !
कूद पड़े तुम शत्रुभूमि में,किंचित भी डर न समाया है !!
नापाक पाक का वक्ष रौंद, लौटे तुम अपना वक्ष तान!
सवा अरब जन हैं कृतज्ञ, भारत माता का बढ़ा मान !!
हे शूरवीर तेरे शौर्य को,‘#घनश्याम’ कर रहा है वंदन !
अभिनंदन हे अभिनंदन, हम करें आपका अभिनंदन !!
भारत के माथे के हो मुकुट,तुम इस माटी के हो चंदन!
अभिनंदन हे अभिनंदन, हम करें आपका अभिनंदन !!
✍️ घनश्यामसिंह चंगोई