जिंदगी अटल है मौत भी अटल है
जो जिंदगी अटल है, तो मौत भी अटल है !
सबके दिलमें जल रही, वो जोत भी अटल है !!
राष्ट्रवाद का निनाद, कविताओं के साथ !
गूंजेगा युगों – युगों, जो गीत वो अटल है !
बार-बार का प्रयास, मिटती ना कभी आस !
हार कर फिर जीत हो, तो जीत वो अटल है !!
जो जिंदगी अटल है, तो मौत भी अटल है !
सबके दिलमें जल रही, वो जोत भी अटल है !!
चाह एक बार की, पर जीवन भर प्यार की !
एक बार बन गए जो, मीत वो अटल है !
प्रणय का निवेदन तो, होता है एक बार !
संबंध चाहे न जुड़ें, पर प्रीत तो अटल है !!
जो जिंदगी अटल है, तो मौत भी अटल है !
सबके दिलमें जल रही, वो जोत भी अटल है !!
देश हो या विदेश, मानवता का संदेश !
फैलेगा युगों-युगों, सन्देश वो अटल है !
स्तब्ध है पूर्ण देश, स्मृति रही है शेष !
‘घनश्याम’ कर रहा नमन, देश वो अटल है !!
जो जिंदगी अटल है, तो मौत भी अटल है !
सबके दिलमें जल रही, वो जोत भी अटल है !!
✍️ घनश्यामसिंह राजवी चंगोई
(17 अगस्त 2018)
श्रद्धांजलि अटलबिहारी वाजपेयी