बेरोजगारी की बली चढ़ रहा क्षत्रिय युवा

बेरोजगारी की बली चढ़ रहा क्षत्रिय युवा (By- घनश्यामसिंह राजवी चंगोई) क्षत्रियकुल का सूर्य जग में फिर चमकना चाहिए, घिस रहा सिक्का पुराना फिर से चलना चाहिए ! बेरोजगारी की बली पर  चढ़  रहा  क्षत्रिय  युवा, अब रोजगार का कोई रस्ता निकलना चाहिए !! है घट रही खेती की भूमि…

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ग्राम स्वराज

ग्राम स्वराज (घनश्यामसिंह चंगोई) शहरीकरण से भारत बन गया, कंक्रीट का जंगल आज! गांधी का सपना भूले हम, कुटीर उद्योग ग्राम स्वराज !! बैल ऊंट से खेती होती, पूछ बड़ी  थी गौधन  की, आई विदेशी ट्रैक्टर कम्पनी, भूख उन्हें थी बस धन की! भू की उर्वरा यूरिया खा गई, गोबर की जो रही ना खाद,…

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चंगोई गढ़

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