Author: rajvigarh
प्रतिहार (पड़िहार) वंश
पंवार (परमार) वंश
तंवर (तोमर) वंश
भाटी वंश
सिसोदिया (गुहिलोत) वंश
चौहान वंश
श्रद्धांजलि दो युग पुरुषों को
राव शेखाजी व महाराजा गंगासिंह जी को जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि **************** विजयादशमी पर्व आज दिन, जन्मे थे दो वीर सुजाना! क्षत्रिय वंश के कुल गौरव थे, गर्व कर रहा राजपूताना !! कच्छप वंश आमेर भूप, उदयकरण सुत बालाजी! उनके सुत थे मोकलजी, जिनके घर थी संतान नहीं !! गोसेवा करते…
Continue Readingजिंदगी अटल है मौत भी अटल है
जिंदगी अटल है मौत भी अटल है जो जिंदगी अटल है, तो मौत भी अटल है ! सबके दिलमें जल रही, वो जोत भी अटल है !! राष्ट्रवाद का निनाद, कविताओं के साथ ! गूंजेगा युगों – युगों, जो गीत वो अटल है ! बार-बार का प्रयास, मिटती ना कभी…
Continue Readingक्षत्रिय धर्म
क्षत्रिय धर्म (By- घनश्यामसिंह चंगोई) क्षत्रिय को धर्म सिखाते हो, तूने क्षात्र-धर्म ना जाना है! हर एक धर्म निभाया जब, क्षत्रिय ने मन मे ठाना है !! बन राम निभाई मर्यादा, केशव बन कर्म सिखाया था! बलि बनके वामन भिक्षु को, अपना सर्वस्व लुटाया था !! गो रक्षा हित, पाबू…
Continue Reading